बुजुर्गों का सम्मान पर कविता – Best Bujurg Shayari in Hindi

दोस्तों आज आप इस लेख से बुजुर्गों का सम्मान पर कविता (Bujurg Shayari in Hindi) पढ़ने वाले हो. जी हां, समाज का वो हिंसा जिसके पास दुनिया का सबसे ज्यादा अनुभव और भावनाए होती है. जिसे हम कई बार नज़रअंदाज़ कर देते है घर के बड़े बड़े फेंसलो में, या उनसे पूछते तक नहीं है. जो कई बार अपने बच्चो व परिवार की ख़ुशी के लिए तानो और गलत फेंसलो का विष भी घूंट कर पि लेते है. फिर उसी इंसान को बाद में पछतावा होता है की घर के इन बुजुर्गो से इस बारे में चर्चा कर ली होती तो अच्छा होता.

आज तक कई सारे कविओ ने बुजुर्गो की इस हालत को समझते हुए बुजुर्गों का सम्मान पर कविता लिखी हुई है जिन्हे आप पढोगे तो आपको यह realize होगा की बुज़ुर्ग वो दिया है जो आपके घर को हंमेशा संस्कार, मर्यादा, धरोहर और खुशिओ के उजाले से प्रज्वलित कर देते है. जिनमे उनके जीवन की विडंबना भी दर्शायी जाती है. तो आये अब हम बुजुर्गों का सम्मान पर कविता यानि Bujurg Shayari in Hindi देखते है जिन्हे पढ़ने के बाद आपको यह जरूर समझ में आए जायेगा की उनको केसा फील होता होगा.

बुजुर्गों का सम्मान पर कविता (Bujurg Shayari in Hindi)

बुजुर्गों का सम्मान पर कविता: साधारणतः हम सभी के जीवन में एक अवधि होती है, जब हम जवान होते हैं, जब हम अपने सपनों के पीछे भागते हैं, जब हम अपने भविष्य के बारे में सोचते हैं। लेकिन जब हम बुजुर्ग हो जाते हैं, तो हमें अपने जीवन के अगले चरण के लिए तैयार होना पड़ता है।

बुजुर्गों का सम्मान एक महत्वपूर्ण मुद्दा है, जो हमें अपने समाज में समझना चाहिए। बुजुर्गों का सम्मान करना हमारी ज़िम्मेदारी होनी चाहिए, क्योंकि वे हमारे देश के मूल स्तम्भ हैं। वे हमें स्वतंत्र देश के सपने दिखाते हैं, उनका समझ और अनुभव हमें सिखाते हैं।

तो चलीए विस्तार से अब हम बुजुर्गों का सम्मान पर कविता यानि Bujurg Shayari in Hindi पढ़ते है और समझते है की आखिर क्या उनका इस समाज में, अपने अपने परिवारों में और अपने बच्चो के घडतर में कभी ना चूका सकने वाला योगदान रहा है और इतना सबकुछ करने के बावजूद भी किस विडंबना से उन्हें गुजरना पड़ता है!

Bujurg Shayari in Hindi

बुजुर्गों के दिल में दबकर रह जाते है कई किस्से,
इस जमाने के अकेलेपन में आखिर कहे भी किससे।

वो घर, घर नहीं रहता
जहाँ कोई बुजुर्ग नहीं रहता।

निकाल फेंकती है दहलीज के बाहर,
बढ़ती उम्र मुई सगी नहीं किसी की.

बुजुर्ग अब कहाँ पूछे जाते है,
सिर्फ तस्वीरों में पूजे जाते है.

घर के बुजुर्गों का ख्याल रखना,
तजुर्बे जिंदगी में बहुत काम आते है.

नौजवान इस बात पर थोड़ा ध्यान दें,
अपने बुजुर्गों को समय और सम्मान दें.

कुछ इस तरह खूबसूरत मेरी शाम हो गई,
कुछ बुजुर्गों से कल जो राम राम हो गई.

चेहरे की चमक और दमक पर मत जाना
घर के बुजुर्ग अगर मुस्कुराते मिले
तो समझ लेना कि आशियाना अमीरो का है.

चलना यहां आसान नहीं अब
हर कदम पर तक रहा हूँ मैं,
अपने है शामिल मिटाने में मुझको
आखों में सबकी खटक रहा हूँ मैं.

बुजुर्ग नींव होते है परिवार की,
इनसे ही रौनक है घर के हर दीवार की,
वे नहीं मांगते कोई कीमती उपहार
जन्नत मिल जाती है उन्हें
अगर मिल जाए थोड़ा सा प्यार।

Bujurgo par kavita in Hindi

माता, पिता, बड़े बुजुर्गों का सम्मान कीजिए,
अपने बच्चों को बंगला न कार ,संस्कार दीजिए,

कल मैंने देखा तीन लड़कियों को पार्क में,
मोबाइल का दौर है इन्हे ,सुधार लीजिए,

करते हैं लड़के चैटिंग रात रात गर्लफ्रेंड से
फिर बनाते हैं आगे का प्लान खबर लीजिए,

कोचिंग का बना बहाना जाते हैं होटलो में,
दर्पण है मेरा अच्छा नकाब हटा लीजिए,

पहले बनाते है गर्लफ्रेंड , फिर घूमते बाइक पर
नागा की कलम है आइना , संभाल लीजिए।

बुजुर्गों का सम्मान पर कविता 4 Lines में.

परोपकार का हमको देते ये ज्ञान,
बुजुर्गों का हमेशा करो सम्मान।
अब बुजुर्ग हो गया कमजोर और लाचार,
बहुत खुशनसीब है वो जिसे मिला,बुजुर्गों का प्यार।

बुजुर्ग, परिवार-आधार-स्तंभ, इनका करो सम्मान,
करो सेवा सहृदय से, इनका मत करो अपमान।
करो सत्कार बुजुर्गों पर ,रोको इन पर अत्याचार,
बड़ा खुशनसीब है वो जिसे मिला, बुजुर्गों का प्यार।

बुजुर्गों का शान और ताकत की है ये कहानी,
अथक-कठीन प्रयास से बनायी हमारी जिंदगानी।
पत्थर को भी बनादे मिट्टी एसी थी उनकी जवानी,
हर ख्वाहिश को कर दिया मुकम्मल चाहे लाभ हो या हानि।

वे हमारे अभिभावक होते हैं,
जो हमें जीवन के रास्ते दिखाते हैं।
उनकी समझ और अनुभव हमें सिखाते हैं,
जो हमें आने वाले समय में काम आते हैं।

वे हमारे देश के मूल स्तम्भ हैं,
जो हमें स्वतंत्र देश के सपने दिखाते हैं।
उनकी कड़ी मेहनत और त्याग हमें सिखाते हैं,
जो हमें समृद्ध और सशक्त बनाते हैं।

उन्होंने अपना समय और श्रम समर्पित किया है,
हमें सुख और सुविधा के लिए जीने दिया है।
उनका सम्मान करना हमारा धर्म होना चाहिए,
क्योंकि उनके बिना हम अधूरे होते हैं।

बुजुर्गों का सम्मान करना हमें शोभा देता है,
और उन्हें आदर देने से हमें शक्ति मिलती है।
उनकी सेवा करना हमारा कर्तव्य होता है,
क्योंकि उनके बिना हम नहीं रह पाते हैं।

ऎसे महान लोगों की सेवा हमको अब नहीं गंवानी,
नहीं रहा उनमें ताकत बन गए वो अब नाना- नानी।
करो सेवा पुरे मन से लेलो आशीर्वाद रूपी उपहार,
बहुत खुशनसीब है वो जिसे मिला, बुजुर्गों का प्यार।

भूखे पेट रहकर भी हमको खाना खिलाया,
फटे कपड़े पहनकर हमको नया लिबास दिलाया।
ममतामई – रोली सुनाकर हमको प्यार से सुलाया,
ऐसे महान लोगों का दिल तुने क्यों दुःखाया।
बुजुर्गों को चाहिए प्यार – दुलार भरा व्यवहार,
बहुत खुशनसीब है वो जिसे मिला, बुजुर्गों का प्यार।

बुजुर्गों की कर सेवा निभाओ अपना धर्म,
रखना अपने पास इनको मत भेजना वृद्धा-आश्रम।
बुजुर्गों के लाठी का सहारा बनके देखो तो एकबार,
बहुत खुशनसीब है वो जिसे मिला, बुजुर्गों का प्यार।

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Conclusion

तो यह थी वो बुजुर्गों का सम्मान पर कविता मतलब की Bujurg Shayari in Hindi जो हमें हमारे समाज में ही नहीं बल्कि घरो में बुजुर्ग होने का कितना महत्व समजाती है. यह कविताए हमें इस बात का आभास करवाती है की आज भले ही हम अपनी जवानी के जोश में मचल रहे हो या so called सपनो और करियर के पीछे भागने के चक्कर में अपने माता पिता और बुजुर्गो को side में रख दिया हो लेकिन एक दिन हमारा भी ऐसा आएगा, तब इस बात का अहसास होगा की बुजुर्गो की विडंबना आखिर होती क्या है.

इसलिए हमें इस कविताओं से सीखना यही चाहिए की जीवन में मार्गदर्शन, अच्छे संस्कार और हमारी धरोहर को बचाये रखने के लिए ही सही लेकिन हंमेशा  सम्मान पुरे परिवार में हमें सबसे ज्यादा करना चाहिए और उन्होंने जो आजतक हमें पाल पोषकर बड़ा किया उसके लिए भी कृतज्ञता व्यक्त करनी चाहिए। आपसे निवेदन है इस लेख को औरो से भी शेयर करे ताकि वे भी इस बुजुर्गों का सम्मान पर कविता पढ़कर अपने बड़ो के प्रति और ज्यादा आदर भाव ला सके. लेख पढ़ने के लिए बहुत बहुत आभार।

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