गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम क्या है? Goldfish का इतिहास, आकार, रंग, खाना..

चलिए दोस्तों हम आपको बताते हैं। सुनहरी मछली का वैज्ञानिक नाम क्या है? यानि गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम क्या है(Goldfish ka Scientific Naam kya hai)? आप सुनहरी मछली का नाम सुनकर ही पता लगा सकते हैं। यहां सुनहरी मछली के बारे में बात कर रहे हैं, तो आइए हम आपको बताते हैं।

हम आपको सुनहरी मछली के बारे में कुछ रोचक तथ्य बताने वाले हैं, जिसे Goldfish भी कहा जाता है। Goldfish के बारे में कई बातें जानकर आप हैरान रह जाएंगे। सुनहरी मछली के बारे में एक खास बात है की सुनहरी मछली, मीठे पानी में रहती है। यह आमतौर पर समुद्र और नदियों के बाहर पाया जाता है।

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दुनिया में ज्यादातर लोग इसी मछली को पालते हैं। जो की बहुत बड़ी बात है किसी भी मछली की प्रजाति के लिए! तो आइये अब आपको हम Goldfish ka Scientific Naam kya hai इसके बारे में तथा गोल्डफिश का इतिहास, उसके प्रकार एवं बहुत सी जानकारी इस लेख में आगे देने जा रहे है, तो कृपया अंत तक इस लेख को पढ़े:

सुनहरी मछली का वैज्ञानिक नाम क्या है? | गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम क्या है

Goldfish ka Scientific Naam kya hai: अगर आप नहीं जानते कि Goldfish ka Scientific Naam kya hai तो हम आपको बताते हैं, सुनहरी मछली का वैज्ञानिक नाम “Carassius auratus” है। क्या आप जानते हैं गोल्डफिश यानी गोल्डफिश कितने रंगों की होती है? अगर आप नहीं जानते हैं तो हम आपको आगे बताएंगे कि गोल्डफिश के रंग अलग-अलग होते हैं।

या सुनहरी मछली मछली उसी रंग की होती है। वैसे इस मछली का नाम सुनहरी मछली है तो आप समझ सकते हैं कि इसका रंग भी भूरा है। अब तक तो आप जान ही गए होंगे कि ओके गूगल गोल्डफिश का वैज्ञानिक नाम क्या है, अब तक सभी जान गए होंगे कि Goldfish ka Scientific Naam kya hai, तो चलिए आगे बढ़ते है!

सुनहरी मछली का इतिहास?

Goldfish ka Scientific Naam kya hai चलिए दोस्तों अब हम आपको बताते हैं क्या रहा होगा कैरासियस ऑराटस की सुनहरी मछली का इतिहास? सुनहरी मछली का जन्म कैसे हुआ? इसके अलावा हम आपको यह भी बताएंगे कि सुनहरी मछली सबसे ज्यादा कहां पाई जाती है। गोल्डफिश यानी सुनहरी मछली सबसे ज्यादा पूर्वी एशिया में पाई जाती है। गोल्डफिश का जन्म पूर्वी एशिया (पूर्वी रसिया) में हुआ था। क्या आप जानते हैं सुनहरी मछली का वैज्ञानिक नाम कैरासियस ऑराटस था। कैरासियस ऑराटस इस नाम को सबसे पहले कहाँ बोला गया था?

Carassius auratus को पहली बार 17वीं सदी में यूरोप में खोजा गया था। सुनहरीमछली को 1502 में जापान में पेश किया गया था, और जापान ने द्वितीय विश्व युद्ध के बाद ताइवान के माध्यम से कई प्रजातियों की शुरुआत की। Goldfish को 17वीं सदी के अंत में यूनाइटेड किंगडम में, 18वीं सदी में यूरोप में और 1874 में संयुक्त राज्य अमेरिका में पेश किया गया था, और वे जल्दी से पूरी दुनिया में फैल गईं।

यानी इतने सालों में किसी भी गोल्डफिश का सबसे ज्यादा विकास नहीं हुआ और इसकी चर्चा हर जगह हुई। इसके अलावा लोग गोल्डफिश के सम्मान में एक दूसरे को पालतू जानवर के रूप में उपहार में देने लगे। इसके अलावा, एक एनएवी दंपती जोड़े ने सबसे पहले अपनी सालगिरह पर गोल्डफिश को उपहार में दिया। सुनने में आता है कि तभी से यह तोहफा देने का चलन शुरू हुआ।

फिर धीरे-धीरे गोल्डफिश की संख्या बढ़ने लगी और लोगों के जीवन में गोल्डफिश की इज्जत भी कम होने लगी। वैसे 1850 के आसपास गोल्डफिश की खोज हुई थी, इसके अलावा अमेरिका में गोल्डफिश की तलाश में संयुक्त राष्ट्र भी काफी लोकप्रिय हुआ था। इस खोज से अमेरिका को बहुत फायदा भी हुआ।

Goldfish का आकार कैसा होता है?

Goldfish ka Scientific Naam kya hai: Goldfish एक्वैरियम के लिए बहुत ही प्रसिद्ध मछली हैं। इसका एक लंबा शरीर और छोटे पंख होते हैं। इनकी काया वाकई बहुत खूबसूरत और मनमोहक होती है। वे लगभग 8 इंच लंबे होते हैं और लंबाई में 23 सेमी तक बढ़ सकते हैं। लाल, पीला, नीला, बैंगनी, काला, सफेद, और कई अन्य रंग में यह मछली पायी जाती हैं। सुनहरी मछली को पहली बार चीन में पालतू बनाया गया। इनका सेवन नहीं किया जाता है।

गोल्डफिश कितने प्रकार की होती है?

तो अभी तक हमने यह जाना की गोल्डफिश का साइंटिफिक नाम क्या है? आइये अब हम जानते हैं की गोल्डफिश कितने प्रकार की होती है? या कितनी नस्ल की सुनहरी मछली पायी जाती है..

1. साधारण सुनहरी मछली/Common Goldfish

Goldfish ka Scientific Naam kya hai
Goldfish ka Scientific Naam kya hai

यह Original यानि मूल गोल्डफिश है। इसके छोटे पंख, पतला शरीर, छोटी पूंछ होती है। यह मुख्यतः लाल रंगों में पाई जाती है और यह काफी तेज़तर्रार होती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें की गोल्डफिश की यह नस्ल सबसे लोकप्रिय है और लोग कॉमन गोल्डफिश को ही पालना अधिक पसंद करते हैं। इनकी कुछ प्रजाति पीले रंगों की भी होती है।

2. कॉमेट गोल्डफिश/Comet Goldfish

कॉमेट गोल्डफिश

अगला प्रकार आता है कॉमेट गोल्डफिश का! इस मछली का पंख बहुत लम्बा होता है तथा यह दो भागों में divided रहता है। इसका शरीर पतला रहता है। धूमकेतु आम सुनहरी मछली के समान ही है, लेकिन इसकी शानदार लम्बी और अच्छी तरह से विभाजित पूंछ पंख के लिए अधिक सुन्दर बनाती है। आम सुनहरी मछली की तरह, धूमकेतु एक अच्छे आकार की मछली होती है, लगभग 30-35 सेंटीमीटर! यह अधिकतर अमेरिका में ही पाली जाती है।

3. कैलिको गोल्डफिश/Calico Goldfish

कैलिको गोल्डफिश

कैलिको गोल्डफिश विभिन्न प्रकार की सुनहरी मछलियों की नस्लों में बहुत खास मानी जाती हैं। हालांकि, गोल्डफिश की सबसे बड़ी नस्लों में से एक ओरंडा गोल्डफिश है, जो एक फुट लंबी हो सकती है। कैलिको सुनहरी मछली कितने समय तक जीवित रहती है यह काफी हद तक मछली की नस्ल पर depend करता है। कैलिको सुनहरी मछली जीवन भर रंग बदल सकती है। कैलिको सुनहरी मछली(Goldfish ka Scientific Naam kya hai) की सबसे छोटी नस्ल की भी देखभाल अच्छे से होनी चाहिए। इन मछलियों को विभिन्न प्रकार के जीवित, जमे हुए, और फ्रीज-सूखे खाद्य पदार्थ दिए जा सकते हैं।

4. अमेरिकी शुबंकिन/American Shubunkin

अमेरिकी शुबंकिन

अमेरिकी शुबंकिन, एक कैलिको रंग का धूमकेतु गोल्डफिश होता है। इसके पंख एक बिंदु पर आके मिलते हैं। और यह आकर में बहुत लंबे होते हैं। इसका शरीर पतला होता है इसके अलावा वे बहुत speedy होती है। यह बड़े एक्वैरियम (150-200 लीटर प्रति मछली) या तालाब में 20 से 35 सेमी तक पहुंच सकता है।

5. ब्रिस्टल शुबंकिन/Bristol Shubunkin

ब्रिस्टल शुबंकिन

ब्रिस्टल शुबंकिन जो अन्य शुबंकिन्स से अलग निकल कर आती है जो है इसका दुम का पंख! जो बहुत चौड़ा होता है । यह मछली हमेशा कैलिको रंग की होती है। इसका धूमकेतु के समान पतला शरीर होता है। इसे बहुत बड़ी तैराकी जगह (न्यूनतम 150-200 लीटर प्रति मछली या बेहतर बेसिन) की जरूरत होती है।

6. शुबंकिन गोल्डफिश/Shubunkin Goldfish

शुबंकिन गोल्डफिश

शुबंकिन गोल्डफिश आम सुनहरी मछली जैसी ही शरीर में होती है, इसका रंग हमेशा कैलिको होता है। यह गोल्डफिश लंडन शहर में अधिक पाई जाती है। आम सुनहरी मछली के जैसा ही शुबंकिन गोल्डफिश के भी छोटे पंख, छोटे पूंछ और पतला शरीर होता है। शुबंकिन की तीन किस्में पायी जाती हैं: जिन्हें लंदन शुबंकिन, अमेरिकन शुबंकिन और ब्रिस्टल शुबंकिन कहा जाता है।

7. बबल आई गोल्डफिश/Bubble Eye Goldfish

बबल आई गोल्डफिश

बबल आई गोल्डफ़िश सुनहरी मछली की सबसे अनोखी दिखने वाली किस्मों में से एक है। बबल आई गोल्डफिश की सबसे दिलचस्प विशेषता इसके शरीर में पाए जाने वाले बुलबुले हैं। इस सुनहरी मछली पर बुलबुले 6-9 महीने की उम्र में विकसित होने लगते हैं, जिससे इसका नाम Water-Bubble Eye पड़ा। जब तक ये सुनहरी मछली 2 साल की होती है, तब तक इसके शरीर में वह बुलबुले बहुत बड़े हो जाते हैं। पानी से भरे ये बुलबुले वास्तव में इतने बड़े हो जाते हैं कि वे इस मछली को देखना और तैरना भी मुश्किल बना सकते हैं। और इनकी इसी अनोखी चीज़ इसे अन्य goldfishes से अलग रखती है!

Goldfish के कुछ अन्य प्रकार

यहाँ Goldfish के कुछ अन्य प्रकारो के बारे में बताया गया है:

  • Lionhead Goldfish
  • Ryukin Goldfish
  • Telescope Goldfish
  • Fantail Goldfish
  • Ranchu Goldfish
  • Egg-gish Goldfish
  • Oranda Goldfish
  • Pompom Goldfish
  • Celestial Eye Goldfish
  • Butterfly Telescope Goldfish
  • Veiltail Goldfish

Conclusion:

आशा रखते है की आपको आज के लेख से Goldfish ka Scientific Naam kya hai इसके साथ साथ गोल्डफिश के प्रकार तथा Goldfish का इतिहास क्या था? यह सब जानकारी अच्छे से मिल गयी होगी। तो कृपया आप Goldfish ka Scientific Naam kya hai इस जानकारी को अपने अन्य दोस्तों के साथ भी share करे और उन्हें भी सुनहरी मछली की यह रोचक बाते साझा करे! धन्यवाद!

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