Best Motivational Poem in Hindi: मोटिवेशनल कविता, शायरी, कोट्स इन हिंदी!

Motivational Poem in Hindi: दोस्तों मान लीजिए अगर कोई इंसान सुसाइड करने जा रहा है और अगर उसी वक़्त कोई ऐसी lines उसके कानो में पड़ जाए जिससे उसके मन में आशा की एक नयी किरण उत्पन्न हो और ज़िन्दगी में फिरसे शुरुआत करने के लिए उसे एक नयी प्रेरणा मिल जाए! यह क्या किसी चमत्कार से कम नहीं होगा?

यह lines किसी Motivational Speaker के द्वारा, TV, Mobile या Radio में बज रही कोई Motivational Quotes in Hindi या फिर कोई इंसान ऐसी Motivational Poem बोल भी रहे हो और वह इंसान उसी वक़्त वह से गुजर रहा हो और उनके कानो में पड़ जाए तो बेशक उसकी ज़िन्दगी बच सकती है!

जी है दोस्तों, Motivational Poem in Hindi, Motivational Quotes and Shayri in Hindi में इतनी ताकत होती है की वह किसी को भी शोक और हताशा के गर्त से उठाकर एक प्रचंड आशावान व्यक्ति बना सकती है फिर वह जीवन के किसी भी लक्ष्य को सर कर सकता है।

तो चलिए ऐसी ही Motivational Poem in Hindi आपको इस लेख में हम बताये जिससे अगर आपको या आपके दोस्त या करीबी किसी को भी जिंदगी से कुछ शिकायत है या हारा हुआ महसूस कर रहे है तो यह Motivational Poem in Hindi की lines आपके लिए है जिनमे से कही सारी तो कुछ महान व्यक्तिओ के द्वारा भी लिखी गयी है जो हम आपके साथ आजके इस लेख में साझा करने के लिए जा रहे है, तो आपसे निवेदन है कृपया आखिर तक इस लेख Motivational Poem in Hindi को पढ़े..

Best Motivational Poem in Hindi

Motivational Poem in Hindi: तो अब हम आपको बताएँगे वह कौनसी Motivational Poem in Hindi जो आपका जीवन बदलने की ताकत रखती है, चलिए एक के बाद एक पढ़ते है और सीखते है:

  1. लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती,
    कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
  2. नन्हीं चींटी जब दाना लेकर चलती है,
    चढ़ती दीवारों पर, बार बार फिसलती है।
    मन का विश्वास रगों में साहस भरता है,
    चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना न अखरता है।
    आख़िर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती,
    कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
  3. डुबकियां सिंधु में गोताखोर लगाता है,
    जा जा कर खाली हाथ लौटकर आता है।
    मिलते नहीं सहज ही मोती गहरे पानी में,
    बढ़ता दुगना उत्साह इसी हैरानी में।
    मुट्ठी उसकी खाली हर एक बार नहीं होती,
    कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
  4. असफलता एक चुनौती है, इसे स्वीकार करो,
    क्या कमी रह गई, देखो और सुधार करो।
    जब तक न सफल हो, नींद चैन को त्यागो तुम,
    संघर्ष का मैदान छोड़ कर मत भागो तुम।
    कुछ किये बिना ही जय जय कार नहीं होती,
    कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती।
  5. वक़्त की शाख को तोड़ लाने का हुनर रखते हैं
    ऐ ज़िन्दगी हम ग़म में भी मुस्कुराने का हुनर रखते हैं
  6. इतने आसानी से नहीं तोड़ पायेगा वक़्त हमें
    हम बिख़र कर संवर जाने का हुनर रखते हैं
  7. लहज़ा शीरीं रखते हैं पर मुनाफ़क़त नही रखते
    मग़रूर नहीं हैं पर इक दायरा अहद रखते हैं
  8. नफ़रतें कुछ कम कर सकें दिल-ए-इंसान से
    इसलिए हम मोहब्बतों का ज़्यादा ज़िकर रखते हैं
  9. फ़र्क़ नहीं कोई समझे हमें अच्छा या बुरा
    ‘शान’ हम सिर्फ अल्लाह को राज़ी की फ़िकर रखते है..!!
  10. खुद की काबिलियत पर भरोसा रख
    जो गलती आज की है उससे सीख
    मत मांग किसी के आगे
    अपनी सफलता के लिए भीख
  11. तू जलता हुआ रेगिस्तान है
    तेरे अंदर कुछ करने की ठान है
    तू रुक मत तुझे करना कुछ महान है
  12. तू अपने घर वालों की आस है
    उनकी उम्मीदों की सांस है
    इनको यूं ही नहीं जाया करना है
    तुझे अपनी सफलता के लिए लड़ना है..!!

महान लोगो के द्वारा कुछ Motivational Poem in Hindi

Motivational Poem in Hindi: पेश है आपके लिए महान लोगो व व्यक्तित्वों के द्वारा लिखित Best Motivational Poem in Hindi..

कोशिश करने वालों की हार नहीं होतीसोहनलाल द्विवेदी

  1. लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती।
    कोशिश करने वालों की हार नहीं होती।।
  2. नन्हीं चींटी जब दाना लेकर चलती है।
    चढ़ती दीवारों पर, सौ बार फिसलती है।
  3. मन का विश्वास रगों में साहस भरता है।
    चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना न अखरता है।
  4. आख़िर उसकी मेहनत बेकार नहीं होती।
    कोशिश करने वालों की हार नहीं होती।।
  5. डुबकियां सिंधु में गोताखोर लगाता है।
    जा जाकर खाली हाथ लौटकर आता है।
  6. मिलते नहीं सहज ही मोती गहरे पानी में।
    बढ़ता दुगना उत्साह इसी हैरानी में।
  7. मुट्ठी उसकी खाली हर बार नहीं होती।
    कोशिश करने वालों की हार नहीं होती।।
  8. असफलता एक चुनौती है, स्वीकार करो।
    क्या कमी रह गई, देखो और सुधार करो।
  9. जब तक न सफल हो, नींद चैन को त्यागो तुम।
    संघर्ष का मैदान छोड़ मत भागो तुम।
  10. कुछ किये बिना ही जय जयकार नहीं होती।
    कोशिश करने वालों की हार नहीं होती।।

वह प्रदीप जो दीख रहा है झिलमिल दूर नहीं हैरामधारी सिंह “दिनकर”

Motivational Poem in Hindi

  1. वह प्रदीप जो दीख रहा है झिलमिल, दूर नहीं है,
    थककर बैठ गये क्या भाई! मंजिल दूर नहीं है।
  2. चिनगारी बन गई लहू की
    बूँद गिरी जो पग से,
    चमक रहे, पीछे मुड़ देखो,
    चरण – चिह्न जगमग – से।
    शुरू हुई आराध्य-भूमि यह,
    क्लान्ति नहीं रे राही;
    और नहीं तो पाँव लगे हैं,
    क्यों पड़ने डगमग – से?
    बाकी होश तभी तक, जब तक जलता तूर नहीं है;
    थककर बैठ गये क्या भाई! मंजिल दूर नहीं है।
  3. अपनी हड्डी की मशाल से
    हॄदय चीरते तम का,
    सारी रात चले तुम दुख
    झेलते कुलिश निर्मम का।
    एक खेय है शेष किसी विधि
    पार उसे कर जाओ;
    वह देखो, उस पार चमकता
    है मन्दिर प्रियतम का।
    आकर इतना पास फिरे, वह सच्चा शूर नहीं है,
    थककर बैठ गये क्या भाई! मंजिल दूर नहीं है।
  4. दिशा दीप्त हो उठी प्राप्तकर
    पुण्य-प्रकाश तुम्हारा,
    लिखा जा चुका अनल-अक्षरों
    में इतिहास तुम्हारा।
    जिस मिट्टी ने लहू पिया,
    वह फूल खिलायेगी ही,
    अम्बर पर घन बन छायेगा
    ही उच्छवास तुम्हारा।
    और अधिक ले जाँच, देवता इतना क्रूर नहीं है।
    थककर बैठ गये क्या भाई ! मंजिल दूर नहीं है।

वीर तुम बढ़े चलो, धीर तुम बढ़े चलो – ‘द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी

Motivational Poem in Hindi

  • हाथ में ध्वजा रहे बाल दल सजा रहे
    ध्वज कभी झुके नहीं दल कभी रुके नहींवीर तुम बढ़े चलो।
    धीर तुम बढ़े चलो।।सामने पहाड़ हो सिंह की दहाड़ हो
    तुम निडर डरो नहीं तुम निडर डटो वहींवीर तुम बढ़े चलो।
    धीर तुम बढ़े चलो।।प्रात हो कि रात हो संग हो न साथ हो
    सूर्य से बढ़े चलो चन्द्र से बढ़े चलोवीर तुम बढ़े चलो।
    धीर तुम बढ़े चलो।।एक ध्वज लिये हुए एक प्रण किये हुए
    मातृ भूमि के लिये पितृ भूमि के लियेवीर तुम बढ़े चलो।
    धीर तुम बढ़े चलो।।

    अन्न भूमि में भरा वारि भूमि में भरा
    यत्न कर निकाल लो रत्न भर निकाल लो

    वीर तुम बढ़े चलो।
    धीर तुम बढ़े चलो।।

वरदान माँगूँगा नहींशिवमंगल सिंह ‘सुमन’

  1. यह हार एक विराम है
    जीवन महासंग्राम है
    तिल-तिल मिटूँगा पर दया की भीख मैं लूँगा नहीं ।
    वरदान माँगूँगा नहीं ।।
  2. स्‍मृति सुखद प्रहरों के लिए
    अपने खण्डहरों के लिए
    यह जान लो मैं विश्‍व की सम्पत्ति चाहूँगा नहीं ।
    वरदान माँगूँगा नहीं ।।
  3. क्‍या हार में क्‍या जीत में
    किंचित नहीं भयभीत मैं
    संघर्ष पथ पर जो मिले यह भी सही वह भी सही ।
    वरदान माँगूँगा नहीं ।।
  4. लघुता न अब मेरी छुओ
    तुम हो महान बने रहो
    अपने हृदय की वेदना मैं व्‍यर्थ त्‍यागूँगा नहीं ।
    वरदान माँगूँगा नहीं ।।
  5. चाहे हृदय को ताप दो
    चाहे मुझे अभिशाप दो
    कुछ भी करो कर्त्तव्य पथ से किन्तु भागूँगा नहीं ।
    वरदान माँगूँगा नहीं ।।

राह में मुश्किल होगी हजारनरेंद्र वर्मा

  1. राह में मुश्किल होगी हजार,
    तुम दो कदम बढाओ तो सही,
    हो जाएगा हर सपना साकार,
    तुम चलो तो सही, तुम चलो तो सही।
  2. मुश्किल है पर इतना भी नहीं,
    कि तू कर ना सके,
    दूर है मंजिल लेकिन इतनी भी नहीं,
    कि तु पा ना सके,
    तुम चलो तो सही, तुम चलो तो सही।
  3. एक दिन तुम्हारा भी नाम होगा,
    तुम्हारा भी सत्कार होगा,
    तुम कुछ लिखो तो सही,
    तुम कुछ आगे पढ़ो तो सही,
    तुम चलो तो सही, तुम चलो तो सही।
  4. सपनों के सागर में कब तक गोते लगाते रहोगे,
    तुम एक राह चुनो तो सही,
    तुम उठो तो सही, तुम कुछ करो तो सही,
    तुम चलो तो सही, तुम चलो तो सही।
  5. कुछ ना मिला तो कुछ सीख जाओगे,
    जिंदगी का अनुभव साथ ले जाओगे,
    गिरते पड़ते संभल जाओगे,
    फिर एक बार तुम जीत जाओगे।
    तुम चलो तो सही, तुम चलो तो सही।

रुके न तू, थके न तूकवि प्रसून जोशी

Motivational Poem in Hindi

  1. धरा हिला, गगन गुंजा
    नदी बहा, पवन चला
    विजय तेरी, विजय तेरी
    ज्योति सी जल, जला
    भुजा-भुजा, फड़क-फड़क
  2. रक्त में धड़क-धड़क
    धनुष उठा, प्रहार कर
    तू सबसे पहला वार कर
    अग्नि सी धधक-धधक
    हिरन सी सजग-सजग
    सिंह सी दहाड़ कर
  3. शंख सी पुकार कर
    रुके न तू, थके न तू
    झुके न तू, थमे न तू
    सदा चले, थके न तू
    रुके न तू, झुके न तू

चल तू अकेलारवीन्द्रनाथ ठाकुर

  • तेरा आह्वान सुन कोई ना आए, तो तू चल अकेला,
    चल अकेला, चल अकेला, चल तू अकेला!
    तेरा आह्वान सुन कोई ना आए, तो चल तू अकेला,
    जब सबके मुंह पे पाश..
    ओरे ओरे ओ अभागी! सबके मुंह पे पाश,
    हर कोई मुंह मोड़के बैठे, हर कोई डर जाय!
    तब भी तू दिल खोलके, अरे! जोश में आकर,
    मनका गाना गूंज तू अकेला!
    जब हर कोई वापस जाय..
    ओरे ओरे ओ अभागी! हर कोई बापस जाय..
    कानन-कूचकी बेला पर सब कोने में छिप जाय…

अग्निपथहरिवंश राय बच्चन

  • वृक्ष हों भले खड़े,
    हों घने हों बड़े,
    एक पत्र छाँह भी,
    माँग मत, माँग मत, माँग मत,अग्निपथ, अग्निपथ, अग्निपथ।तू न थकेगा कभी,
    तू न रुकेगा कभी,
    तू न मुड़ेगा कभी,
    कर शपथ, कर शपथ, कर शपथ,अग्निपथ, अग्निपथ, अग्निपथ।यह महान दृश्य है,
    चल रहा मनुष्य है,
    अश्रु श्वेत रक्त से,
    लथपथ लथपथ लथपथ,अग्निपथ, अग्निपथ, अग्निपथ।

इसे भी पढ़िए:

पीडीएफ कैसे बनाते है?
हैप्पी होली सुविचार इन हिंदी
कैसे करे अपने प्यार का इज़हार?
संघर्ष मोटिवेशनल क्वोट्स इन हिंदी
गर्लफ्रेंड के लिए निकनेम हिंदी में

Conclusion

तो दोस्तों हमें पूरी आशा है की जीवन के किसी भी मोड़ पर आप जब भी दुखी, हताश या हारा हुआ महसूस करेंगे तब आपको यह Motivational Poem in Hindi तथा महान लोगो के द्वारा लिखित Motivational Poem, Quotes, Shayri in Hindi आपको जरूर उस दुःख या मुसीबत से बहार लाने में मदद करेंगी। कृपया इस पोस्ट को हो सके उतना शेयर कीजियेगा क्या पता कोई अपना जीवन समाप्त करने जा रहा हो और अचानक से यह Motivational Poem in Hindi उनकी आँखों से सामने पड़ जाए और आप उसको बचाने के सहभागी बन जाए… धन्यवाद!

Leave a Comment