Teachers Day speech in hindi | शिक्षक दिवस भाषण हिंदी में

आज इस लेख में आपको Teachers Day speech in hindi (शिक्षक दिवस भाषण हिंदी में) के बारे में जानने को मिलेगा, जिसकी मदद से Class 1 से 8 तक के बच्चो के लिए यह बहुत ही मददगार होगा क्यूंकि उन्हें अक्सर स्कूल में शिक्षक दिवस भाषण हिंदी में बोलने के लिए कहा जाता है जब भी वक़्कृतव स्पर्धा का आयोजन होता है या कोई ऐसा function होता है तब, तो आइये इस लेख में हम आज आपको शिक्षक दिवस भाषण हिंदी में कैसे बोल सकते है इसका एक अच्छा सा नमूना देने जा रहे है.

तो आइये अब समय ना गवाते हुए हम जानते है Teachers Day speech in hindi का एक छोटा सा उदाहरण जो की आप अपनी स्कूल में Teachers day के मौके पर तैयार कर सकते है.

Teachers Day speech in hindi | शिक्षक दिवस भाषण हिंदी में

यहाँ उपस्थित मेरे आदरणीय शिक्षकगण और मेरे प्रिय सहपाठियों, आज हम सब यहाँ एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिन के अवसर पर एकत्रित हुए हैं। शिक्षक दिवस के इस शुभ अवसर पर सबसे पहले मैं अपने सभी शिक्षकों को मेरा मार्गदर्शन करने के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं।

आज का दिन हम सभी शिक्षकों के लिए बहुत खास है। वैसे तो गुरु का मूल्य कभी चुकाया नहीं जा सकता, लेकिन आज के इस पावन अवसर पर मैं अपने गुरुजनों के प्रति अपनी भावनाओं को प्रस्तुत करना चाहता हूं। भारत जैसे देश में गुरुओं का विशेष स्थान है, गुरु का स्थान ईश्वर और माता-पिता से ऊपर है। शिक्षा मानव विकास की प्रथम सीढ़ी है जो मनुष्य को उसके जीवन में निरन्तर अग्रसर करती है और बिना शिक्षक के यह शिक्षा प्राप्त करना मनुष्य के लिए संभव नहीं है। व्यक्ति को शिक्षित करना ही सबसे बड़ी सेवा है।

प्राचीन भारत में राजा महाराजा शिक्षा प्राप्त करने के लिए गुरुकुल जाते थे और गुरुकुल में सभी छात्रों को शास्त्रों और सामाजिक मूल्यों की शिक्षा के साथ नैतिक मूल्यों की शिक्षा दी जाती थी। “गुरु” एक संस्कृत शब्द है जिसका अर्थ है शिक्षक, मार्गदर्शक या विशेषज्ञ। समय के साथ-साथ शिक्षा व्यवस्था में भी अनेक परिवर्तन हुए हैं तथा शिक्षकों के पढ़ाने के तरीकों में भी परिवर्तन देखा गया है, जो आवश्यक भी है।

प्राचीन काल में विद्यार्थी अपने गुरुजनों की हर आज्ञा का पालन करते थे, लेकिन अब ऐसा कम ही देखने को मिलता है। एक शिक्षक अपने जीवन में आम लोगों की तरह कई समस्याओं से गुजरता है, लेकिन वह अपनी समस्याओं को दरकिनार कर अपने छात्रों को उचित शिक्षा प्रदान करता है।

भारत को अपना पहला उपराष्ट्रपति और दूसरा राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के रूप में मिला। राधाकृष्णन राष्ट्रपति होने के साथ-साथ एक शिक्षक भी थे। वर्ष 1936 से 1952 तक डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में प्राचार्य के रूप में भी कार्य किया। भारत रत्न प्राप्त करने वाले भारत के महान शिक्षकों में से एक सर्वपल्ली राधाकृष्णन की दृष्टि में, “शिक्षक वह नहीं है जो छात्र के मन में तथ्यों को थोपता है, बल्कि वास्तविक शिक्षक वह है जो उसे कल की चुनौतियों के लिए तैयार करता है।” “।

भारत में सबसे पहले शिक्षक दिवस का आयोजन 1962 में किया गया था और तब से हर साल 5 सितंबर को डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की याद में यह दिन मनाया जाने लगा। विद्यार्थी के जीवन में शिक्षा, स्नेह, अनुशासन के बीज शिक्षक ही बोते हैं। शिक्षक वह है जो आपको न केवल किताबी ज्ञान देता है बल्कि सामाजिक, नैतिक मूल्यों का भी ज्ञान देता है। इसलिए प्राचीन काल से ही गुरुओं को राजा महाराजा द्वारा भगवान के समान स्थान प्राप्त है।

माता-पिता एक बच्चे को जन्म देते हैं और शिक्षक उस बच्चे को शिक्षा के माध्यम से उचित मार्गदर्शन देकर एक आदर्श नागरिक बनाने की भूमिका निभाता है ताकि बच्चा जीवन के कई चरणों में अपने शिक्षक द्वारा दिखाए गए मार्ग पर चलकर एक सफल व्यक्ति बन सके. अंत में मैं अपने भाषण को विराम देना चाहूंगा और शिक्षकों के लिए एक पंक्ति प्रस्तुत करूंगा –

शिष्य पत्थर जैसा होता है,
गुरु गढ़ कर देता है आकार,
ज्ञान से मिटा देते सारे विकार,
गुरू का हमपर है कितने उपकार।

शिक्षक दिवस की बधाई !

 

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Conclusion

आशा है आज का यह लेख आपके खूब काम आया होगा और अब आप अपने स्कूल में जब अगली बार Teachers day होगा तो आप अच्छे से Teachers Day speech in hindi तैयार कर पाएंगे। आपसे प्रार्थना है की दूसरे मित्रो से भी यह लेख शेयर करे ताकि वे भी इस विषय पर माहिती ले सके. आभार!

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