आज के लेख में हम आपको Bharat ke Shiksha Mantri Kaun hai/भारत के शिक्षा मंत्री कौन है इसके बारे में बताएँगे। तो इस लेख को अंत तक जरूर पढ़े क्यूंकि हम भारत के शिक्षा मंत्री के बारे में अच्छे से सारे पासे जानेंगे। जिससे आपको Bharat ke Shiksha Mantri Kaun hai इस टॉपिक के लिए कही और जाने की आवश्यकता नहीं होगी।
शिक्षा की बात करें तो यह हर देशवासी के लिए एक महत्वपूर्ण विषय का हिस्सा है। देश के विकास और प्रगति को बढ़ाने में शिक्षा की बहुत बड़ी भूमिका है। कोई भी शिक्षित नागरिक समाज को प्रगति के पथ पर नहीं ले जा सकता है। जिसके लिए यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के प्रयास किए जा रहे हैं। बता दें, शिक्षा के स्तर और गुणवत्ता में सुधार के लिए सरकार ने शिक्षा मंत्रालय बनाया था. शिक्षा मंत्रालय का प्रभार शिक्षा मंत्री द्वारा संभाला जाता है।
बता दें, शिक्षा मंत्रालय को पहले एचआरडी यानी मानव संसाधन और विकास (Bharat ke Shiksha Mantri Kaun hai) के नाम से जाना जाता था लेकिन अब इसका नाम बदलकर शिक्षा मंत्रालय कर दिया गया है। देश में ऐसे कई नागरिक होंगे जो हमारे देश के शिक्षा मंत्री के बारे में नहीं जानते होंगे, लेकिन आज हम आपको बताएंगे कि वर्तमान समय में Bharat ke Shiksha Mantri Kaun hai? से जुड़ी सारी जानकारी बताने जा रहे हैं। तो Bharat ke Shiksha Mantri Kaun hai इसकी पूरी जानकारी जानने के लिए आप हमारे द्वारा लिखे गए लेख को अंत तक अवश्य पढ़ें।
शिक्षा मंत्री कौन होता है?
कुछ देशों में शैक्षिक मामलों से निपटने के लिए सरकार द्वारा एक जिम्मेदार व्यक्ति को नियुक्त किया जाता है जिसको शिक्षा मंत्री कहा जाता है। पोलिश-लिथुआनियाई राष्ट्रमंडल में 1773 में स्थापित इस तरह का पहला मंत्रालय, राष्ट्रीय शिक्षा आयोग माना जाता है।
भारत के वर्तमान शिक्षा मंत्री कौन हैं? (Bharat ke Shiksha Mantri Kaun hai)
Bharat ke Shiksha Mantri Kaun hai: वर्तमान में भारत के शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान हैं और भाजपा के पूर्व सांसद डॉ. देवेंद्र प्रधान के पुत्र हैं। वह एक राजनेता और भारतीय जनता पार्टी के सदस्य हैं। और राज्य सभा में मध्य प्रदेश राज्य का प्रतिनिधित्व करता है। इससे पहले वह बिहार का प्रतिनिधित्व भी कर चुके हैं। बता दें कि वह देश के 33वें शिक्षा मंत्री हैं। इससे पहले रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ केंद्रीय शिक्षा मंत्री थे, जिनके इस्तीफे के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय बोर्ड में बदलाव के साथ उन्हें शिक्षा मंत्री की जिम्मेदारी सौंपी थी.
शिक्षा मंत्री के जीवन की कुछ बाते।।
Bharat ke Shiksha Mantri Kaun hai हमारे देश के शिक्षा मंत्री यानि श्री धर्मेंद्र प्रधान का जन्म 2 4 August 1969 को हुआ था। इनके पिता का नाम डॉ. देवेंद्र प्रधान है, ये बीजेपी के पूर्व सांसद रह चुके हैं। अगर उनकी शिक्षा की बात करें तो उन्होंने अपनी उच्च शिक्षा भुवनेश्वर के उत्कल विश्वविद्यालय से पूरी की। उन्होंने नृविज्ञान में स्नातकोत्तर की डिग्री पूरी की है। वह ABVP कार्यकर्ता के रूप में राजनीति में शामिल हुए जब वे ओडिशा के तालचर कॉलेज में पढ़ रहे थे।
इसके बाद वे तालचर कॉलेज संगठन के अध्यक्ष बने। वह वर्ष 1998 में भाजपा में शामिल हुए और उन्हें उकलामणि गोपबंधु प्रतिभा सम्मान से भी सम्मानित किया गया। बता दें, साल 2004 में बीजेपी के सक्रिय सदस्य के तौर पर धर्मेंद्र प्रधान ने देवगढ़ से लोकसभा सांसद(Bharat ke Shiksha Mantri Kaun hai) का चुनाव लड़ा था. इस चुनाव में वे विजेता बने। इसके साथ ही वे बिहार और एमपी से राज्यसभा के सदस्य भी रह चुके हैं।
बता दें, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के रूप में भारत सरकार के पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय का कार्यभार भी संभाला, वहां उन्होंने मोदी की सबसे सफल योजना उज्ज्वला योजना का संचालन किया।
भारत के अब तक के शिक्षा मंत्रियों की सूची
Bharat ke Shiksha Mantri Kaun hai: तो चलिए अब हम आपको देश की स्वतंत्रता के बाद से अब तक के शिक्षा मंत्रियों की लिस्ट बताते हैं, जिसे आप नीचे दी गयी तालिका के माध्यम से देख सकते हैं।
क्रम संख्या | नाम | कार्यकाल की शुरुआत | कार्यकाल की समाप्ति |
1 | मौलाना अबुल कलाम आज़ाद | 15 अगस्त 1947 | 22 जनवरी 1958 |
2 | डॉ. के. एल. श्रीमली (राज्य मंत्री) | 22 जनवरी 1958 | 31 अगस्त 1963 |
3 | हुमायूं कबीर | 01 सितम्बर 1963 | 21 नवम्बर 1963 |
4 | एम. सी. सी. छागला | 21 नवम्बर 1963 | 13 नवम्बर 1966 |
5 | फखरुद्दीन अली अहमद | 14 नवम्बर 1966 | 13 मार्च 1967 |
6 | डॉ. त्रिगुण सेन | 16 मार्च 1967 | 14 फरवरी 1969 |
7 | डा. वी. के आर. वी. राव | 14 फरवरी 1969 | 18 मार्च 1971 |
8 | सिद्धार्थ शंकर रे | 18 मार्च 1975 | 20 मार्च 1972 |
9 | प्रो. एस. नूरुल हसन (राज्य मंत्री) | 24 मार्च 1972 | 24 मार्च 1977 |
10 | प्रो. प्रताप चंद्र चंदर | 26 मार्च 1977 | 28 जुलाई 1979 |
11 | डॉ. करन सिंह | 30 जुलाई 1979 | 14 जनवरी 1980 |
12 | बी. शंकरंद | 14 जनवरी 1980 | 17 अक्टूबर 1980 |
13 | एस.बी. चव्हाण | 17 अक्टूबर 1980 | 08 अगस्त 1981 |
14 | शीला कौल (राज्य मंत्री) | 10 अगस्त 1981 | 31 दिसम्बर 1984 |
15 | के.सी. पंत | 31 दिसम्बर 1984 | 25 सितम्बर 1985 |
16 | पी. वी. नरसिंह राव (प्रधानमंत्री) | 25 सितम्बर 1985 | 2 4 August 1988, |
17 | पी. वी. नरसिंह राव (प्रधानमंत्री) | 25 दिसम्बर 1994 | 09 फरवरी 1995, |
18 | पी. वी. नरसिंह राव (प्रधानमंत्री) | 17 जनवरी 1996 | 16 मई 1996 |
19 | पी. शिव शंकर | 2 4 August 1988 | 02 दिसम्बर 1989 |
20 | वी.पी. सिंह (प्रधानमंत्री) | 02 दिसम्बर 1989 | 10 नवम्बर 1990 |
21 | राजमंगल पांडे | 21 नवम्बर 1990 | 2 4 August 1991 |
22 | अर्जुन सिंह | 2 4 August 1991 | 24 दिसम्बर 1994, |
23 | अर्जुन सिंह | 22 मई 2004 | 22 मई 2009 |
24 | माधवराव सिंधिया | 10 फरवरी 1995 | 17 जनवरी 1996 |
25 | अटल बिहारी वाजपेयी (प्रधानमंत्री) | 16 मई 1996 | 0 4 August 1996 |
26 | एस. आर. बोम्मई | 0 4 August 1996 | 19 मार्च 1998 |
27 | डॉ. मुरली मनोहर जोशी | 19 मार्च 1998 | 21 मई 2004 |
28 | श्री कपिल सिब्बल | 22 मई 2009 | 28 अक्टूबर 2012 |
29 | एम.एम. पल्लम राजू | 29 अक्टूबर 2012 | 25 मई 2014 |
30 | स्मृति ईरानी | 26 मई 2014 | 05 जुलाई 2016 |
31 | प्रकाश जावडेकर | 05 जुलाई 2016 | 30 मई 2019 |
32 | रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ | 30 मई 2019 | 07 जुलाई 2023 |
33 | श्री धर्मेंद्र प्रधान | 07 जुलाई 2023 | जारी है |
देश के शिक्षा मंत्री की जिम्मेदारियां क्या होती है?
Bharat ke Shiksha Mantri Kaun hai इसके बारे में जानने के बाद आइये अब जानते है की देश के शिक्षा मंत्री की क्या क्या जिम्मेदारियां होती है:
- शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए कार्य योजना का कार्यान्वयन।
- देश की शिक्षा संबंधी नीतियों का निर्धारण।
- शिक्षा के लिए विभिन्न योजनाओं का अनुश्रवण एवं संचालन।
- देश के सभी नागरिकों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा प्रदान करना और साक्षरता को बढ़ावा देने के लिए नीतियां बनाना।
- सभी वर्गों की शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार द्वारा योजना कार्यान्वयन।
- शिक्षा पर एक राष्ट्रीय नीति का निर्माण।
- भारत की शिक्षा प्रणाली में विकास।
- उच्च गुणवत्ता वाले शिक्षण संस्थानों का विकास।
- सभी क्षेत्रों में शिक्षा व्यवस्था को गति देंना.
- शिक्षा से वंचित गरीब बच्चे को शिक्षा प्रदान करना।
- महिला शिक्षा पर ध्यान दें.
- छात्रवृत्ति के रूप में वित्तीय सहायता प्रदान करना।
- शिक्षा ऋण प्रदान करना।
भारत के शिक्षा मंत्रालय के मुख्य उद्देश्य क्या क्या है?
शिक्षा मंत्रालय के कुछ मुख्य उद्देश्य नीचे दिए गए हैं-
- मंत्रालय का मुख्य लक्ष्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति को विकसित करना और गारंटी देना है कि इसका अक्षरशः पालन किया जाता है।
- नियोजित विकास, जिसमें शिक्षा तक पहुंच बढ़ाना और देश भर में शैक्षिक संस्थानों की गुणवत्ता में वृद्धि करना शामिल है, यहां तक कि उन क्षेत्रों में भी जहां लोगों की आसान पहुंच नहीं है। यानी जिन क्षेत्रों में लोगों की शिक्षा तक पहुंच मुश्किल है, इसमें शिक्षण संस्थानों की पहुंच का विस्तार करना शामिल है।
- देश की वंचित आबादी जैसे गरीब, महिलाओं और अल्पसंख्यकों पर विशेष ध्यान दिया जाता है।
- Scholarship, loan subsidy और अन्य प्रकार की सहायता के रूप में समाज के वंचित वर्गों के योग्य छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करना।
- देश की शैक्षिक संभावनाओं में सुधार के लिए यूनेस्को, अन्य सरकारों और विश्वविद्यालयों के साथ सहयोग(Bharat ke Shiksha Mantri Kaun hai) सहित शिक्षा के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को प्रोत्साहित करना। अर्थात शिक्षा के क्षेत्र में अन्तर्राष्ट्रीय सहयोग को प्रोत्साहित करना, ताकि देश में शैक्षिक अवसरों को बढ़ाया जा सके।
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Conclusion
तो इस लेख में हमने Bharat ke Shiksha Mantri Kaun hai(भारत के शिक्षा मंत्री कौन है) इसके बारे में अच्छे से जाना बल्कि हमने आजादी के बाद से लेकर अबतक भारत के शिक्षा मंत्री कौन रहे है यह सब भी जाना। इसके अलावा भारत के शिक्षा मंत्री की जिम्मेदारियां क्या होती है तथा भारत के शिक्षा मंत्रालय के भी मुख्य उद्देश्य क्या क्या है इसके बारे में भी जान लिया। आपको अगर यह लेख अच्छा लगा हो और माहिती मिली हो तो कृपया अपने दोस्तों से इसे जरूर शेयर करे. खूब खूब आभार।