Jyeshtha Purnima 2023 : इस पूर्णिमा को करे ये उपाय, लाइफ टाइम धन की कमी नहीं होगी

इस लेख में आज हम Jyeshtha Purnima 2023 के बारे में सारी जानकारी जानेंगे की आखिर Jyeshtha Purnima होती क्या है? इस साल यानि Jyeshtha Purnima 2023 में कौनसे उपाय करेंगे तो लाइफ टाइम धन की कमी नही होगी! आइये शुरू करते है.

इस वर्ष ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा 4 August 2023 को है। इस तिथि को जेठा पूर्णिमा या जेठा पूर्णिमा भी कहा जाता है। हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन पूजा, जप-तप और स्नान-दान आदि किया जाता है। इस वर्ष ज्येष्ठ पूर्णिमा तिथि का प्रारंभ 3 जून, शनिवार को सुबह 11 बजकर 16 मिनट से हो रहा है। इस तिथि का समापन अगले दिन 4 August दिन रविवार को सुबह 09 बजकर 11 मिनट पर होगा।

ऐसे में ज्येष्ठ पूर्णिमा तिथि 4 August से शुरू हो रही है और 4 August को प्रात: काल समाप्त हो रहा है, इसलिए पूर्णिमा व्रत 4 August को रखा जाएगा. वहीं अगले दिन 4 August रविवार को स्नान-दान किया जाएगा। इस दिन पूजा-पाठ के साथ कुछ उपाय करने से विशेष लाभ मिलेगा। आइए जानते हैं ज्येष्ठ पूर्णिमा पर शुभ फल पाने के लिए कौन से उपाय करने चाहिए.

पर इससे पहले हम Jyeshtha Purnima 2023 के इन उपायों के बारे में समजे, हमारे लिए सबसे पहले यह समझना जरुरी है की Jyeshtha Purnima का अर्थ क्या होता है, इसे क्यों मनाया जाता है. तो आइये पहले यह समज लेते है की यह Jyeshtha Purnima क्या होती है!

ज्येष्ठ पूर्णिमा क्या है?

Jyeshtha Purnima 2023: ज्येष्ठ पूर्णिमा, जिसे ज्येष्ठ पूर्णिमा या जेठ पूर्णिमा के रूप में भी जाना जाता है, हिंदू कैलेंडर में एक महत्वपूर्ण पूर्णिमा का दिन है। यह ज्येष्ठ के महीने में पूर्णिमा के दिन पड़ता है, जो आमतौर पर ग्रेगोरियन कैलेंडर में मई या जून के महीने से मेल खाता है।

ज्येष्ठ पूर्णिमा को शुभ माना जाता है और भारत के विभिन्न हिस्सों में इसका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है। यह विभिन्न समुदायों द्वारा विभिन्न अनुष्ठानों और अनुष्ठानों के साथ मनाया जाता है और विभिन्न किंवदंतियों और मान्यताओं से जुड़ा हुआ है।

ज्येष्ठ पूर्णिमा पर प्रमुख अनुष्ठानों में से एक वट पूर्णिमा व्रत का उत्सव है। यह व्रत मुख्य रूप से विवाहित महिलाओं द्वारा मनाया जाता है, जो बरगद के पेड़ (वट वृक्ष) की पूजा करती हैं और इसके तने के चारों ओर पवित्र धागे बांधती हैं। ऐसा माना जाता है कि यह उनके पति के लिए समृद्धि और दीर्घायु लाता है। महिलाएं भी पारंपरिक पोशाक पहनती हैं और उत्सव के हिस्से के रूप में अपने हाथों पर मेंहदी लगाती हैं।

Jyeshtha Purnima 2023 का महत्व

Jyeshtha Purnima 2023: हिंदू धर्म में पहले महीने की पूर्णिमा को धार्मिक ग्रंथों के अनुसार विशेष महत्व दिया गया है। पंचांग के अनुसार प्रथम मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा 4 August को रहेगी। ज्येष्ठ मास हिंदू कैलेंडर के अनुसार साल का तीसरा महीना होता है। जेष्ठा का अर्थ ज्येष्ठ अर्थात विद्वान माना गया है। इसी तरह पहले महीने की पूर्णिमा को भी खास तरीके से मनाया जाता है।

हिंदू धर्म में पूर्णिमा तिथि का विशेष महत्व माना जाता है। जीवन में सुख-समृद्धि और समृद्धि के लिए पहले महीने की पूर्णिमा के दिन व्रत और पूजा का विधान है। ज्येष्ठ पूर्णिमा का दिन भगवान विष्णु और शिव को समर्पित है। इस दिन पूजा, दान, ध्यान और स्नान का विशेष महत्व है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान, व्रत और दान करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। ऐसे में इस दिन पूजा करने के साथ ही कुछ उपाय करने से विशेष लाभ होता है।

ज्येष्ठ पूर्णिमा का इतिहास

ज्येष्ठ पूर्णिमा के दौरान एक उल्लेखनीय उत्सव गंगा दशहरा का त्योहार है। यह पृथ्वी पर गंगा नदी (गंगा) के अवतरण का प्रतीक है। भक्त गंगा के किनारे इकट्ठा होते हैं और अपने पापों से खुद को शुद्ध करने और आशीर्वाद लेने के लिए नदी में पवित्र डुबकी लगाते हैं। मान्यता है कि इस दिन गंगा में स्नान करने से पाप धुल जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

ज्येष्ठ पूर्णिमा महान ऋषि वेद व्यास की जयंती से भी जुड़ी हुई है, जिन्हें महाकाव्य महाभारत और कई अन्य हिंदू ग्रंथों का लेखक माना जाता है। भक्त व्यास को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं और ज्ञान और ज्ञान के लिए उनका आशीर्वाद मांगते हैं।

कुल मिलाकर, ज्येष्ठ पूर्णिमा हिंदू कैलेंडर में एक महत्वपूर्ण दिन है, जिसे भक्ति और उत्साह के साथ मनाया जाता है, और पूरे भारत में विभिन्न समुदायों के लिए विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक अर्थ रखता है।

ज्येष्ठ पूर्णिमा के योग

ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन रवि योग, सिद्ध योग और शिव योग का योग बन रहा है। पूर्णिमा के दिन इन 3 योगों का बनना बहुत ही शुभ माना जाता है। सिद्ध और शिव योग में की गई पूजा और मांगलिक कार्य सफल होते हैं और साधक पर महादेव की कृपा बरसती है।

  • सिद्ध योग – 0 4 August 2023 को दोपहर 02 बजकर 48 मिनट से 0 4 August 2023 को सुबह 11 बजकर 59 मिनट तक
  • रवि योग – प्रातः 05.23 से प्रातः 06.16 ( 4 August 2023)
  • शिव योग – 0 4 August 2023, दोपहर 05.10 बजे से – 0 4 August 2023, दोपहर 02.48 बजे तक

ज्येष्ठ पूर्णिमा(Jyeshtha Purnima 2023) के उपाय

तो आइये अब Jyeshtha Purnima के बारे में जानने के बाद हम Jyeshtha Purnima 2023 के उपाय कौन कौनसे होते है इसके बारे में जानते है जिससे आपके घर में धन की कमी कभी नहीं होगी:

  1. ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन घर में सत्यनारायण कथा का पाठ करें और विष्णुजी को आटे का प्रसाद चढ़ाएं। मान्यता है कि इससे घर में सुख-शांति आती है और मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है।
  2. इस वर्ष ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन शाम 06 बजकर 39 मिनट पर चंद्रमा का उदय होगा, इस दिन चंद्रमा को अर्घ्य देने से चंद्र दोष दूर होता है।
  3. ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन बरगद के पेड़ पर कच्चा दूध चढ़ाने से सौभाग्य और सुयोग्य वर की प्राप्ति होती है। साथ ही विवाह में आ रही सभी बाधाएं दूर होती हैं।
  4. पीपल और नीम की त्रिवेणी के नीचे विष्णु सहस्रनाम या शिवष्टक का पाठ करने से ग्रहदोष दूर होता है। मान्यता है कि इस खास दिन पर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का वास पीपल के पेड़ पर होता है इसलिए इस दिन सुबह जल्दी उठकर पूजा करें।
  5. ज्येष्ठ पूर्णिमा की रात मां लक्ष्मी के श्री सूक्त का पाठ करने से लक्ष्मी की प्राप्ति होती है। रोजगार में आ रही रुकावटों का नाश होता है और तरक्की होती है।

इसे भी पढ़े:

Budh Asta जून 2023
Vishnu Sahasranamam in Hindi
राहु अच्छा होने के लाभ
बाबा रामदेव जी का पुराना इतिहास
वैभव लक्ष्मी व्रत के फायदे

Conclusion

आशा है इस लेख की मदद से अब आपके मन में Jyeshtha Purnima 2023 को लेकर कोई dobut नहीं रहा होगा और कैसे आप इस साल यानि Jyeshtha Purnima 2023 के दिन कुछ उपाय करके सुखी और संपन्न हो सकते है तथा आपके घर में कभी धन की कमी नहीं होगी। लेख पढ़ने के लिए खूब खूब धन्यवाद!

Leave a Comment