Rakshabandhan vastu tips 2023 : राखी के थाली में जरूर रखे ये 5 चीज, गहरे बंधन का प्रतीक हे ये चीजे

आज इस लेख में हम बहुत ही खास ऐसी Rakshabandhan vastu tips 2023 देने वाले है जो की हरेक बहन को अपने भाई को राखी बांधने से पहले इसे जरूर से अपनाना ही चाहिए। तो आइये अब विस्तार से आपको बताए की कौनसी यह Rakshabandhan vastu tips 2023 है जो आपको जरूर से ध्यान में रखनी है!

रक्षा बंधन एक प्रिय और व्यापक रूप से मनाया जाने वाला त्योहार है, जो भाई-बहनों के बीच स्नेह के गहरे बंधन का प्रतीक है। इस श्रद्धेय अवसर पर, बहनें प्यार से अपने भाइयों की कलाई पर एक रक्षा सूत्र बांधती हैं, उनकी लंबी उम्र के लिए हार्दिक शुभकामनाएं देती हैं, जबकि भाई पूरी निष्ठा से उनकी रक्षा करने और उनकी रक्षा करने की प्रतिज्ञा करते हैं। हिंदू चंद्र कैलेंडर के अनुसार, रक्षाबंधन सावन महीने की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है।

इस वर्ष रक्षाबंधन का हर्षोल्लासपूर्ण त्योहार 30 और 31 अगस्त को है। इन दोनों दिनों में शुभ समय होता है, जिससे किसी भी दिन पवित्र राखी धागा बांधने की अनुमति मिलती है। राखी की थाली को कई महत्वपूर्ण वस्तुओं से सजाना शुभ माना जाता है। यहां, हम उन तत्वों के बारे में जानेंगे जो परंपरागत रूप से राखी की थाली को सजाते हैं।

Rakshabandhan vastu tips 2023

तो चलिए जाने इन खास और ध्यान में रखने वाली Rakshabandhan vastu tips 2023 को:

1. चावल (अक्षत):

अक्षत, जिसे अक्सर चावल का प्रतीक माना जाता है, गहरा आध्यात्मिक महत्व रखता है। रक्षा बंधन पर तिलक अनुष्ठान के बाद अक्षत लगाने की प्रथा है। अक्षत की उपस्थिति सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है, नकारात्मकता को दूर करती है और किसी के जीवन में समृद्धि लाती है।

2. रोली:

राखी की थाली को सिन्दूर के प्रतीक रोली से सजाया जाता है। इस शुभ पदार्थ का उपयोग तिलक या औपचारिक चिह्नों के लिए किया जाता है। राखी बाँधने से पहले, बहन अपने भाई के माथे पर तिलक लगाती है, जिससे उसके अस्तित्व को शक्ति मिलती है और आत्म-विश्वास बढ़ता है।

3. राखी:

सर्वोत्कृष्ट राखी, एक जटिल रूप से डिजाइन किया गया सुरक्षा धागा, भाई की कलाई पर बांधा जाता है। रक्षा सूत्र, या राखी की इस समय-सम्मानित परंपरा को राखी की थाली में रखा गया है। यह सुरक्षात्मक भाव भाईचारे के संबंध को मजबूत करता है और एक-दूसरे की सुरक्षा के महत्व को रेखांकित करता है।

4. घेवर (मिठाई):

राखी की थाली पारंपरिक मिठाई घेवर जैसी स्वादिष्ट मिठाइयों से सजी हुई है। राखी बंधने के बाद, भाई के साथ ये मिठाइयाँ बाँटने से भाई-बहन के रिश्ते में एक मधुर स्पर्श जुड़ जाता है, जो स्नेह की भावना का प्रतीक है। इसके अतिरिक्त, एक पारंपरिक प्रथा के रूप में, भाई अपनी बहनों के पैर विनम्रतापूर्वक छूकर उनसे आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।

5. दीपक:

दीपक जलाना एक शुभ कार्य का प्रतीक है, जो कई पवित्र अवसरों को रोशन करता है। जब बहनें अपने भाइयों की आरती करती हैं, तो वे अनुष्ठान के हिस्से के रूप में दीपक जलाती हैं। दीपक की दीप्तिमान रोशनी प्रतीकात्मक रूप से भाई-बहनों के बीच के बंधन को मजबूत करती है।

जैसे-जैसे रक्षा बंधन नजदीक आता है, राखी की थाली में बुने गए ये तत्व भाई-बहनों के बीच साझा किए जाने वाले गहरे प्यार और पोषित बंधन का प्रतीक बनने के लिए एक साथ आते हैं।

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