Vastu Tips : यह चीज घर में लगाते ही खुल जायेंगें किस्मत के ताले, जमकर बरसेगा पैसा

दोस्तों, आज हम आपको कुछ ऐसी Vastu Tips देने वाले है जिससे आपको यह जानने को मिलेगा की वास्तु शास्त्र में किन किन चीज़ो तथा फूलों को विशेष रूप से पूजनीय माना गया है. जी हां, हमने फूलो का उल्लेख किया! आज इस लेख में हम आपको इन Vastu Tips के ज़रिए यही बताने वाले है की आप अपने घर में किन किन फूलो को लगाके अपनी किस्मत का ताला खोल सकते है, इसको करने के बाद धन की कमी नहीं होगी कभी!

वास्तु शास्त्र हंमेशा प्राकृतिक तत्वों, धार्मिक मान्यताओं और वैज्ञानिक परंपराओं के महत्व को स्वीकार करता है। वास्तु शास्त्र में कुछ पेड़-पौधों को शुभ माना जाता है और उन्हें घर में लगाने की सलाह दी जाती है, जबकि कुछ को अशुभ माना जाता है और उन्हें दूर रखने की सलाह दी जाती है। वास्तु शास्त्र में सुगंधित फूलों का महत्व है और इन्हें घर में लगाने की सलाह दी जाती है। इन फूलों की खुशबू और प्राकृतिक गुणों को वास्तु में महत्वपूर्ण माना जाता है। आइये जाने इन Vastu Tips को!

Vastu Tips: किन फूलो को घर में लगाते ही किस्मत के दरवाज़े खुल जायेंगे?

1. चमेली:

चमेली सुंदरता, प्रेम, खुशी और आनंद से जुड़ी है। माना जाता है कि घर में चमेली रखने से व्यापार में उन्नति और लाभ होता है।

2. गुलाब का फूल:

वास्तु शास्त्र में गुलाब के फूल का बहुत महत्व है, गुलाब प्रेम, शांति, धैर्य और शुभता का प्रतीक है। अपनी खुशबू और सुंदरता के लिए मशहूर गुलाब के फूल घर में होने से खुशी का एहसास होता है। और इसे घर में स्थापित करने के लिए विशेष उपाय किए जाते हैं। इसे घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में रखने की सलाह दी जाती है क्योंकि माना जाता है कि इस दिशा में धन, सुख और समृद्धि की प्रबल ऊर्जा होती है।

गुलाब के फूलों का उपयोग इस ऊर्जा को बढ़ाने और नकारात्मकता को दूर करने में मदद करता है। साथ ही गुलाब का फूल प्रेम, सौभाग्य और आर्थिक समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। इसकी उपस्थिति से देवी लक्ष्मी की कृपा होती है और माना जाता है कि इससे घर की आर्थिक स्थिति में सुधार होता है। वास्तु शास्त्र बताता है कि गुलाब के फूल लगाने से अत्यधिक आर्थिक लाभ हो सकता है।

3. लिली:

लिली शुभता, पवित्रता, शांति और प्रेम से जुड़ी है। यह फूल सुंदरता, गरिमा और समृद्धि की भावना पैदा करता है और आध्यात्मिक शुद्धता लाता है।

इसे भी पढ़े:

पीपल पूजा के नियम, लाभ और सावचेतिया क्या है
श्री कृष्ण की मृत्यु किस कारण हुई थी
Vaishno devi Yatra 2023
Vishnu Sahasranamam in Hindi

Leave a Comment